एलोवेरा का प्रयोग मुंह पर लगाने के लिए बहुत किया होगा पर एक रिसर्च में यह साबित हुआ है, कि एलोवेरा शूगर के मरीज़ों के लिए बहुत बढ़िया इलाज है। एलोवेरा में इमोडीन होता है। जो शरीर में ग्लूकोज़ की मात्रा को कम करता है। प्रतिदिन इसके प्रयोग से हमारे शरीर को 2 तरह के फाइबर मिलते हैं। म्यूसिलेज़ और ग्लोकोमेनन यह भार कम करते हैं। इसके अलावा क्रोमियम और मैंगनीज़ तत्व भी होते हैं, जो शरीर को डायबिटीज़ से बचाते हैं। शुद्ध एलोवेरा का प्रयोग हमारे लिए बहुत फायदेमंद होता हैं। रोज़ 2 चम्मच एलोवेरा 2 महीने में शूगर की मात्रा को 50 प्रतिशत तक कम कर देता है। घाव पर इसके प्रयोग से दर्द और जख्म दोनों को आराम मिलता है।
एलोवेरा एक ऐसी दवाई है, जो हमारी सेहत की सुरक्षा के लिए बहुत लाभदायक है। इसके प्रयोग से कई तरह की बीमारियां खत्म हो जाती हैं। यह बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
एलोवेरा के कुदरती फायदे
• एलोवेरा चेहरे पर लगाने से चेहत सुंदर रहता है।
• पीलिया रोग से पीड़ित रोगी के लिए भी एलोवेरा फायदेमंद है।
• सिर दर्द से आराम मिलता है।
• एलोवेरा को बालों पर लगाने से बाल मजबूत रहते हैं।
• मोटापा घटता है।
• शूगर के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
• चोट वाली जगह पर भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।
• एलोवेरा का जूस खून में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है।
• मच्छर काटने से होने वाली इन्फैक्शन को भी खत्म करता है।
• जोड़ों के दर्द को भी खत्म करता है।
• गंजेपन की समस्या को भी खत्म करता है।
• कब्ज को दूर करता है।
बुरे प्रभाव
जैसे कि हम जानते ही हैं कि किसी भी चीज़ का अधिक प्रयोग अच्छा नहीं होता। ऐसा भी हो सकता है, कि एलोवेरा आपके शरीर या त्वचा को सही ना लगे और आपको इसके बुरे प्रभाव दिखें। कई लोगों को इससे एलर्जी भी हो जाती है। यह एलर्जी उन लागों को होती है, जो लीलीएसी फैमिली (एलोवेरा इसी फैमिली का होता है) से एलर्जिक होते हैं। एलोवेरा के प्रयोग से आपको डायरिया हो सकता है। इसके रस में ‘एंथ्राक्विनोन’ नाम का एक पदार्थ होता है। जिस कारण इसका प्रयोग करने वाला डायरिया की लपेट में आ सकता है। एलोवेरा का रस यदि सावधानी से ना पिया जाए तो एलर्जी हो सकती है। इसके प्रयोग से त्वचा पर दाने, पित, खुजली या सीने में दर्द, सांस लेने में मुश्किल, गले में जलन जैसे लक्षण एलोवेरा के इस्तेमाल से हो सकते हैं। इसके अलावा जो महिलाएं गर्भवती हों या बच्चे को दूध पिला रही हों, उन महिलाओं को भूलकर भी एलोवेरा के जूस का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे गर्भवती महिलाओं की बच्चेदानी के सिकुड़ने का खतरा रहता है और इससे गर्भपात या जन्मदोष हो सकता है।
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