जाने धनिये के अद्भुत फायदों के बारे में

धनिया एक तरह का मसाला होता है, जिसे भारत में भारी मात्रा में उगाया जाता है। वर्ष के हर मौसम में धनिये की पैदावार की जाती है। धनिये में 8 फीसदी फाइबर, 2.9 फीसदी कैल्शियम और गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। धनिये का प्रयोग सब्जी में मसाले के रूप में भी किया जाता है। सूखा धनिया हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। धनिया पाउडर की तासीर ठंडी होती है। इसलिए इसके सेवन से पेट की इन्फैक्शन, और एसीडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। घरेलू नुस्खों में धनिये का प्रयोग आज हम कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आप हमेशा तंदरूस्त रह सकते हैं।

यदि आपको कब्ज, उल्टी, दस्त, गैस, बदहजमी और पेट दर्द की समस्या है तो ऐसे में धनिया पाउडर में थोड़ी से हींग और काला नमक डालकर एक गिलास पानी के साथ मिलाकर पी लें। ऐसे करने से आपको इन सभी समस्याओं से आराम मिल जाएगा। कभी कभी कुछ गल्त खा लेने के कारण फ़ूड पोइज़निंग जैसी बीमारियां हो जाती हैं। ऐसे में यदि आप अपने खाने में थोड़ा सा धनिया पाउडर का इस्तेमाल करते हैं तो इससे फ़ूड पोइज़निंग के बैक्टीरिया से बचाव होता है।

रेगुलर धनिया पाउडर का सेवन करने से बॉडी में शूगर का लेवल कंटरोल में रहता है और इंसुलिन की मात्रा बढ़ती है। यदि आपको कमज़ोरी या चक्कर आने की समस्या है या रात को सोने से पहले धनिया पाउडर और आंवला पाउडर को पानी में डालकर छोड़ दें, सुबह उठने के बाद इस पानी का सेवन करें, ऐसा करने से कमज़ोरी और चक्कर आने की समस्या दूर हो जाएगी। हरे धनिये में विटामिन ए, सी, पोटाशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, कैरोटीन, आयरन, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। जो कई तरह के रोगों से शरीर को बचाते हैं।

आइये जानते हैं इसके फायदों के बारे में:-

  • हरा धनिया मुंह के अंदर जख्म होने से बचाता है।
  • यह शरीर के अंदरूनी और बाहरी जलन और पेट की गैस को दूर करता है।
  • इसके रोजाना इस्तेमाल से सिरदर्द में भी राहत मिलती है।
  • इससे कोलस्ट्रोल की समस्या कम होती है।
  • यदि नकसीर फूटने की समस्या है तो इसके रस को नाक में डालने से इस समस्या से राहत मिलती है।
  • हरा धनिया रेशे को जड़ से खत्म करता है।
  • इसका रस निमोनिया के रोग के लिए भी फायदेमंद है।
  • यह लीवर की कार्यशीलता को ठीक करता है और पाचन शक्ति को भी ठीक करता है।
  • हरा धनिया खून में इंसुलिन की मात्रा को सही करता है।
  • जिससे किडनी संबंधी रोग की समस्या कम हो जाती है।

कृषि और पशुपालन के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपनी खेती एप्प डाउनलोड करें - एंड्राइड, आईफ़ोन