क्या है सिंहपर्णी?
सिंहपर्णी एक बारहमासी खरपतवार है। इसे बगीचे की खरपतवार के रूप में भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम टराक्सेकम है। यह पौधा लगभग 12 इंच की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। इस पौधे की जड़ें मांसल होती हैं जिनमें एक सफेद दूधिया पदार्थ भरा होता है, इसका स्वाद कड़वा और थोड़ा खुशबूदार होता है। इसकी गहरी भूरे रंग की जड़ें मिट्टी में गहराई तक पहुंच सकती हैं।
इसके पत्ते चमकदार और नुकीले होते हैं इसके फूल पीले रंग के होते हैं इसके फूल संवेदनशील होते हैं जो सुबह सूर्य की रोशनी के साथ खिलते हैं और शाम को मुरझा जाते हैं।
कहां पाया जाता है — सिंहपर्णी पौधा अक्सर तालाब किनारे, नदी किनाारे, बंजर वाली जगहों पर आमतौर पर पाया जाता है। ये आसानी से घर पर गमलों में भी उगाए जाते हैं।
सिंहपर्णी में पाए जाने वाले पोषक तत्व — फास्फोरस, मैंगनीज़, विटामिन ए, जस्ता, विटामिन सी, आयरन, विटामिन बी, तांबा, विटामिन डी, कैल्शियम, विटामिन ई और पोटाशियम आदि पोषक तत्व अच्छी मात्रा में सिंहपर्णी में मौजूद रहते हैं।
सिंहपर्णी का इस्तेमाल — सिंहपर्णी का इस्तेमाल चाय से लेकर सौंदर्य संसाधन, दवाइयां बनाने में तेजी से इस्तेमाल हो रहा है।
सिंहपर्णी पौधे का इस्तेमाल विभिन्न रूपों से किया जाता है —
•सिंहपर्णी जड़ पाउडर
•पत्तियां चबाकर, उबालकर,
•तना उबालकर,
•फूल रस, बीज पाउडर
क्या आप जानते हैं सिंहपर्णी में पालक से भी ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। आइये जानें सिंहपर्णी की जड़ के क्या क्या औषधीय गुण हैं:
एंटीऑक्सीडेंट: सिंहपर्णी का हर हिस्सा, कैंसर, एंटीऑक्सीडेंट से भरा हुआ होता है। यह बुढ़ापे को आपके नज़दीक आने से रोकता है। साथ ही इसमें विटामिन सी और ए होता है जो लीवर के लिए अच्छा होता है।
मधुमेह: यह ब्लड शूगर और इंसुलिन लेवल को संतुलित करता है।
कोलेस्ट्रोल: यह कोलेस्ट्रोल को कम तथा नियंत्रित करके रखता है।
कैंसर से बचाए: सिंहपर्णी, कैंसर की ग्रोथ को धीमा करता है और आगे बढ़ने से रोक देता है। इसकी पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट और phytonutrients होते हैं जो कि कैंसर से लड़ने में मददगार होते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाएं: यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है तथा रोगाणुओं तथा फंगस से लड़ने का भी काम करता है।
पाचन में सहायता: यह पाचन को बढ़ावा देता है, भूख को उत्तेजित करता है और आंत में मौजूद प्राकृतिक और फायदेमंद बैक्टीरिया में संतुलन बिठाता है। यह पेट में एसिड और पित्त को ज्यादा मात्रा में रिलीज़ करता है। जिससे खाना जल्द पचना शुरू हो जाता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाये: सिंहपर्णी चाय, काढ़ा सेवन, आंखों की रोशनी तेज करने में सहायक है। सिंहपर्णी बीटा कैरोटीन, आयरन, प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं।
नोट —
•सिंहपर्णी का सेवन गर्भवती महिला और छोटे बच्चों के लिए मना है।
•सिंहपर्णी चाय में मिलाकर सेवन करें, इसका सीधा सेवन करने से बचें।
•सिंहपर्णी केवल 1 से 2 चम्मच ही एक दिन में सेवन करें।
•अधिक मात्रा में सिंहपर्णी सेवन से पेट दर्द, पेट गैस की समस्या का कारण बन सकता है।
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