वर्तमान समय में यदि किसान खुद अपनी फसल उगाकर स्वंय प्रोसेसिंग करके मार्किट में लाकर बेचे तो अच्छा मुनाफा लिया जा सकता है। कुछ जिलों के कृषि विज्ञान केंद्र के पास किसानों को हल्दी की प्रोसेसिंग करने के लिए मुफ्त मशीनरी भी उपलब्ध करवायी गई है। आज बात करेंगे हल्दी की प्रोसेसिंग के बारे में। हल्दी की पुटाई के बाद इसे धोने का काम इस मशीन से लिया जा सकता है।
धोने के बाद हल्दी को उबाला जाता है। उबालने के बाद इसे धूप में सुखाया जाता है। सूखी हल्दी को पॉलिश करने का काम भी इस मशीन से लिया जाता है। इस मशीन की कीमत लगभग 80000 रूपये है। आइये इस मशीन के बारे में थोड़ा और जानते हैं।
- यह मशीन बिजली के 1 हॉर्स पावर मोटर के साथ चलती है। जिसमें हल्दी को धोने के लिए और पॉलिश करने के लिए मशीन में लगे ड्रम को घुमाया जाता है।
- मशीन हल्दी की गांठों को 2.5—3.0 क्विंटल प्रति घंटा तक धो सकती है।
- इस मशीन में कुछ बदलाव करके सूखी हल्दी की गांठों को पॉलिश करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- इसमें तीन और जालियां बनाकर रगड़ को बढ़ाया जाता है। जिससे मशीन की हल्दी पॉलिश करने की क्षमता 1 क्विंटल प्रति घंटा हो जाती है।
- मशीन से अच्छे परिणाम लेने के लिए उसे 40 चक्कर प्रति मिनटों के लिए घुमाया जाता है। जिससे इच्छा अनुसार पीला रंग आ जाता है। और हल्दी की गांठों की सतह भी बिल्कुल मुलायम हो जाती है।
- सिर्फ एक आदमी इस मशीन को चला सकता है।
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