वास्तव में सफल डेयरी का काम कटड़ों बछड़ों से ही शुरू होता है। पहले छ: महीनों तक बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। विशेष तौर पर नवजात बच्चे के पहले 15-20 दिन अधिक खतरे वाले होते हैं क्योंकि 20-30 प्रतिशत बच्चे इस समय में ज्यादा बीमार होते हैं। बाकी अब सर्दियों की शुरूआत हो रही है इसलिए अब यह ज्यादा ध्यान रखने वाला मौसम है। आज आपके साथ कटड़े/ बछड़े की वीनिंग के बारे में जानकारी शेयर कर रहे हैं।
क्या होती है कटड़े/ बछड़े की वीनिंग ?
गायों के बछड़े/ बछड़ियां, कटड़े/ कटड़ियां को दूध छुड़ाकर अलग करने की प्रक्रिया को वीनिंग कहा जाता है। इसके काफी अधिक लाभ हैं जैसे कि :
• इससे हमें पता लग जाता है कि गाय या भैंस कितना दूध देती है।
• बच्चे को उसके भार और उम्र के मुताबिक दूध की आवश्यक मात्रा पिलायी जा सकती है, नहीं तो आम तौर पर कटड़े बछड़े खुल कर आवश्यकता से अधिक दूध पी लेते हैं जिससे उन्हें दस्त लग जाती है।
• यदि कटड़े बछड़े मर भी जायें तो पशुओं का दूध निकालने में कोई दिक्कत नहीं आती।
• बछड़े/बछड़ी को छोटी उम्र में भी बेचा जा सकता है।
• इस ढंग से कटड़ों/ बछड़ों को सस्ते तरीके से पाला जा सकता है।
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