अक्सर लोग महीने भर का राशन एक साथ खरीदकर रख लेते हैं, यदि राशन को सही ढंग से ना रखा जाए तो उसमें से दुर्गंध आनी शुरू हो जाती है। साथ ही इनमें कीटाणु पनपने लगते हैं जिससे वह खाने योग्य नहीं रहते और ऐसे में साफ सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
स्टोर करके रखे गए अनाज के सबसे बड़े दुश्मन
सुंडी : सुंडी एक तरह का कीट है जो अनाज के दाने में सूक्ष्म छेद करके उसे खोखला बना देता है।
खपरा बीटल : यह स्टोर में रखे अनाज का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसके बच्चे दाने के अंदर के हिस्से को खाकर नुकसान पहुंचाते हैं और प्रभावित अनाज से पाउडर निकलना शुरू हो जाता है।
स्टोर रूम तक कीटों को ना पहुंचने दें :
• कुछ कीट अनाज, दालों या उनकी फलियों पर दिए अंडों के माध्यम से घरों में पहुंचते हैं। अनाज ढोने के वाहन में भी स्टोर रूम तक पहुंच सकते हैं। कई बार पुरानी बोरियों के प्रयोग और स्टोर रूम की दीवारों की दरारों और छिद्रों में घुसने से भी ये कीट अनाज तक पहुंच जाते हैं।
अनाज को स्टोर में रखने से पहले धूप में अच्छी तरह से सुखाकर साफ कर लें। ध्यान रखें कि नमी वाले स्थान पर राशन को कभी ना रखें और नये अनाज को पुराने अनाज में मिक्स ना करें।
• अनाज को स्टील के कंटेनर में रखें। यदि कंटेनर में जंग लगा हो तो उसमें अनाज रखने से पहले उसे पेंट कर दें। इससे सामान पर नमी नहीं आएगी।
• मौजूदा समय में प्लास्टिक का कंटेनर अनाज रखने के लिए उपयुक्त है। जिस किसी स्थान पर कंटेनर रखें वहां पर चारकोल बिछा दें।
• स्टोर रूम में सेल्फास, डीलोसिया या फिर फॉसरोक्सीन का धुंआ कर लें ताकि कीट पहले ही भाग जाएं।
• यदि आप पुरानी बोरियों का प्रयोग कर रहे हैं तो इन्हें मैलाथियोन के घोल में 10 मिनट तक डुबोएं और फिर सुखाकर प्रयोग करें। अनाज की बोरी को हमेशा दीवारों से दूर रखना चाहिए।
• स्टोर रूम को बार-बार ना खोलें लेकिन इसमें रखे अनाज की हर 15 दिन बाद जांच करें।
• स्टोर रूम के पास गंदगी ना जमा होने दें। स्टोर रूम के खिड़की दरवाजे अच्छी तरह से बंद रखें ताकि चूहे आदि अंदर ना जा सकें।
अनाज को सुरक्षित रखना महिलाओं के लिए एक चुनौती बन जाता है लेकिन आप चिंता ना करें। आप अपने घर में रखे अनाज को घर में ही रखी चीज़ों के द्वारा सुरक्षित रख सकते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं घर में रखें अनाज को सुरक्षित रखने के लिए घरेलु नुस्खे :
नीम की पत्तियां : चावल को स्टोर करने के लिए पहले नीम की पत्तियों को छांव में सुखाएं। फिर कंटेनर में पहले पत्तियां रखें, उसके बाद उनके ऊपर चावल भर दें और चावलों के ऊपर नीम की पत्तियां। इससे चावलों में कीड़े होने की संभावना कम हो जाती है और यदि कीड़े होते भी हैं तो वे इन पत्तियों का सेवन करके मर जाते हैं।
सरसों का तेल : दाल को 2-3 महीने तक स्टोर करने से पहले उन पर सरसों का तेल लगाना चाहिए। उसके बाद धूप में सुखाकर कंटेनर में भरना चाहिए। राजमा, छोले पर भी सरसों का तेल लगाकर धूप में सुखाने के बाद कंटेनर में भरने से उन पर सुरसुरी जैसे कीट आदि नहीं आते।
प्याज : गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए उसमें प्याज मिलाया जा सकता है। एक क्विंटल गेहूं में आधा किलो अनुपात में प्याज मिलाएं। सबसे पहले प्याज को नीचे रखें और फिर बीच में और इसके बाद सबसे ऊपर। इससे गेहूं को कीड़े नहीं लगेंगे।
नीम की निंबोली : 100 किलोग्राम चने में एक किलोग्राम के अनुपात में नीम की निंबोली मिलाने से चनों को सुरिक्षत रखा जा सकता है। इसके अलावा आटे और चावल को कीटों से बचाने के लिए साबुत लाल मिर्च और साबुत नमक कॉटन के कपड़े में बांधकर कंटेनर में डालें।
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