जानें पोषक तत्वों से भरपूर बाजरा के अद्भुत गुण और इससे तैयार होने वाले लाजवाब व्यंजन

आमतौर पर हम अनाज में गेहूं और चावल ही खाते हैं लेकिन इनके अलावा कई अनाज ऐसे होते हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। लेकिन हम उन्हें अपनी डाइट में शामिल ही नहीं करते। इनमें से एक है बाजरा। बाजरा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान का प्रमुख अनाज है। बाजरे की रोटी हो या खिचड़ी इनमें मौजूद गुणकारी तत्व ना सिर्फ आपको सेहतमंद बनाए रखते हैं। बल्कि सर्दियों के मौसम में यह आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ाते हैं।

बाजरे में पाये जाने वाले तत्व

बाजरे में कई पौष्टिक तत्व पाये जाते हैं जैसे नियासिन, मैगनीशियम, फासफोरस । नियासिन नसों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। वहीं फासफोरस से बॉडी को एनर्जी मिलती है, बाजरा हड्डियों में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और खून की कमी यानि अनीमिया भी नहीं होने देता। बाजरे में ये तीनों ही प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। बाजरे के सेवन से इस तरह के पोषक तत्वों की कमी को आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके अलावा बाजरा लीवर से संबंधित रोगों को भी कम करता है।

बाजरे के गुण और लाभ

बाजरा ग्लूटन फ्री होता है, जिन लोगों को ग्लूटन से एलर्जी है उनके लिए बाजरा अधिक फायदेमंद है। बाजरे में अमीनो एसिड होते हैं जो कि आसानी से एब्जॉर्ब हो जाते हैं। जिन लोगों का डायजेशन बिगड़ा होता है। उनके लिए बाजरा बहुत फायेदमंद है। ऐसे लोग बाजरे की खिचड़ी या रोटी खा सकते हैं इससे अमीनो एसिड बेहतर तरीके से बॉडी में एब्जॉर्ब होगा। बाजरे की रोटी या खिचड़ी के सेवन से आप स्वस्थ महसूस करेंगे। पेट खराब होने पर भी बाजरे की खिचड़ी खा सकते हैं।

कब खाएं बाजरा

बाजरे को सर्दियों में खाना अधिक फायदेमंद है। गर्म तासीर होने की वजह से यह शरीर को गर्म रखता है। बाजरे की रोटी को पालक या किसी और सब्जी के साथ भी खाया जा सकता है।

बाजरे से तैयार व्यंजन

बाजरे को किसी भी रूप में खाया जा सकता है। आप चाहे तो बाजरे को खिचड़ी, चाट, बाजरे की पूरी, पकौड़े, कटलेट, सूप, वड़े, ढोकला, चीला, मठरी, हलवा, चूरमा, बाजरे के लड्डू आदि के रूप में खा सकते हैं।
आज हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं। बाजरे के वड़े बनाने की विधि-
बाजरे के वड़े आसानी से बन जाते हैं और खाने में भी स्वादिष्ट होते हैं।

जानें कैसे बनाएं बाजरे के वड़े:

vada

आवश्यक सामग्री

• बाजरे का आटा : डेढ़ कप
• लाल मिर्च पाउडर : 1 छोटी चम्मच
• हल्दी पाउडर : 1/2 छोटी चम्मच
धनिया पाउडर : 1 छोटी चम्मच
• तिल : 1 छोटी चम्मच
• दही : 1 चम्मच
• धनिया : 1 कप, बारीक कटा
• तेल : 2 कप तलने के लिए
• नमक : 2 छोटी चम्मच या स्वाद अनुसार
• पानी : 1/2 कप

विधि

• बाजरे के आटे को एक बाउल में लेकर उसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, दही, तिल, हरा धनिया, धनिया पाउडर और नमक डालें।
• अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर बाजरे को आटे को गूंथ लें।
• अब गूंथे हुए आटे की छोटी-छोटी लोई बनालें। लोई को हाथ से दबाकर चपटा कर लें।
• बाजरे के वड़ों को तलने के लिए एक कढ़ाई में तेल गर्म करें। तेल गर्म होने के बाद एक वड़ा डालकर देख लें।
• अब बाजरे के वड़े तलने के लिए तेल में रख दें और उनका रंग सुनहरा होने तक तलें। तले हुए वड़ों को निकालकर टिशू पेपर में रख दें।
• बाजरे के वड़े तैयार हैं। बाजरे के वड़ों को टमाटर केचअप या चाय के साथ परोसें।

बाजरे के नुकसान

बाजरे के ज्यादा हानिकारक प्रभाव नहीं है। फिर भी बाजरे को ठीक से पचाने और संसाधित करने में अत्याधिक समय लगता है। जो हानिकारक हो सकता है। बाजरा में गोइटेरोगेनिक (goiterogenic) पदार्थ की छोटी मात्रा होती है जो शरीर में आयोडीन अवशोषन को रोकती है जिससे थायरायड की समस्या होती है। भोजन में गोइटेरोगनिक आमतौर पर खाना पकाने से कम होते हैं लेकिन बाजरा को पकाने या गर्म करने से गोइटेरोगेनिक का प्रभाव बढ़ जाता है। इसलिए थायरायड से पीड़ित लोग बाजरे का सेवन ना करें।

कृषि और पशुपालन के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपनी खेती एप्प डाउनलोड करें - एंड्राइड, आईफ़ोन