खट्टी लस्सी दुनिया की सबसे बड़ी फफूंदी रोग नाशक होने के साथ-साथ एक अच्छी ग्रोथ प्रमोटर (जल्दी विकास में सहायक) भी है। किसी भी फसल को लगने वाले रोग जैसे कि पीली कुंगी, कांगियारी आदि की रोकथाम के लिए फसल पर खट्टी छाछ (कम से कम 15 दिन पुरानी) प्रति पंप 1.5 लीटर का छिड़काव करें, फफूंदी रोग से छुटकारा मिल जायेगा। फसल के अच्छे विकास के लिए खट्टी लस्सी (छाछ) का उपयोग काफी लाभदायक है।

नोट- प्रति एकड़ 15-20 लीटर खट्टी लस्सी पानी देते समय खेत में डालने से पौधों की जड़ों में भी फफूंदी रोग से बचाव होता है।

सफ़ेद फिटकरी:
किसी भी फसल में जब पौधे ऊपर से लेकर नीचे तक एक समान सूखने लग जाएं तो समझ लें की पौधों की जड़ों पर हानिकारक फफूंदी का हमला हो गया है। इस हमले को बेअसर करने के लिए फसल को पानी देते समय खेत के मुंह (नक्के) पर प्रति एकड़ में एक किलो सफ़ेद फिटकरी रख दें, जड़ों की फफूंदियों से तुरंत छुटकारा मिल जायेगा।
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