जिस प्रकार हम विष मुक्त खेती की बात करतें है, उसी प्रकार हमें विष मुक्त घरों और कार्यालयों के बारे में भी सोचना चाहिए, क्योंकि घर और कार्यालय ही वो जगह है जहां हम अपना अधिक से अधिक समय सोकर या जागकर गुजारतें हैं। आजकल मच्छर, कोकरोच, छिपकली, दीमक आदि कीड़े भगाने के लिए जमकर ज़हर का प्रयोग हो रहा है और यह भी नहीं जानते कि ये सब हमारी सेहत के लिए कितने खतरनाक हैं। ये हमारी आने वाली पीढ़ी को भी अपंग और बीमार बना सकते हैं। हम अपने घर के बगीचे में भी अंधाधुंध ज़हर का इस्तेमाल करते हैं जो काफी समय तक वातावरण में बने रहते हैं। इसलिए हमें कीट नियंत्रण के लिए घर में भी जैविक तरीके इस्तेमाल करने चाहिए। जैविक पेस्ट कंट्रोल का इस्तेमाल करें:
• पौधों पर फंगस हटाने के लिए 10-15 दिन पुराने खट्टे छाछ का प्रयोग करें।
• घर के बगीचे में भी रासायनिक खाद ना डालें तो कीड़ें नहीं आएंगे।
• छिपकलियाँ कोकरोच पर नियंत्रण रखती हैं। कोकरोच ख़त्म हो जाने के बाद जब कुछ खाने को नहीं बचता। ये अपने आप चली जाती हैं।
• गोमूत्र युक्त पोछा करने से कीड़ें भागते हैं।
• वन सामग्री जलाने से भी घर में कीड़े मकोड़े नहीं होते।
• चीटियों पर साबुन का पानी स्प्रे करें।
• चीटियों को भगाने के लिए कडवी ककड़ी के छिलके इस्तेमाल करेंं।
• सूखी पुदीने की पत्तियाँ और लौंग भी चींटी भगाते हैं।
• चीटियाँ किस जगह से आ रही हैं, वहां तक पहुंचे, अब उस जगह पर ऐसी किसी वस्तु से रेखा बना दें जिसे चीटियाँ पार नहीं करती – जैसे मिर्च, सिट्रस आयल (धागे में भिगोया हुआ ), निम्बू का रस , दालचीनी या कॉफ़ी।
• 1 लीटर पानी में 1 चम्मच बोरेक्स, और 1 कप चीनी मिलाएं। इस घोल में कपास के छोटे बोल्स भिगोकर एक प्लास्टिक के डिब्बे में बंद करें। इसके ढक्कन में चीटियों के लिए छेद करें। इसे उस जगह रखें जहां बहुत चीटियाँ है। ये उनकी पूरी कॉलोनी को ख़त्म कर देगा।
• जिस दरार से चीटियाँ आती हैं, वहां लहसुन की कलियाँ डाल कर रखें।
• जिस कमरे में ज़्यादा चीटियाँ आती हैं वहां रात में एक नाईट लेम्प खुला रखें ताकि उनकी दिनचर्या गड़बड़ हो सके।
• डस्ट माइट्स के लिए वेक्यूम क्लीनर इस्तेमाल करें। चादरें गर्म पानी में धोएं। टेनिक एसिड पावडर इसके एलर्जिक असर को ख़त्म करती है, उसे छिडकें। गद्दों पर कवर चढ़ाएं।
• गेंदा , लेमन ग्रास आदि पौधे मच्छरों को भगाते हैं।
• डाईएटोमेशियस अर्थ (DE ) एक जैविक कीट नियंत्रक है और कोकरोच को २ हफ्ते में पूरी तरह हटा देता है।
• साबुन के पानी को सीधे कोकरोच पर स्प्रे करें।
• बोरिक एसिड छिड़क के रखें।
• तेजपत्ता, ककड़ी के छिलकों और लहसुन से कोकरोच दूर भागते हैं।
• मच्छर भगाने के लिए नीम के तेल का दीपक जलाएं।
• चमगादड़ मच्छरों को खाते हैं।
• बिजली वाले कीड़ों को मारने वाले यंत्र लगाएं।
इस ब्लॉग में आपने जाना कैसे जैविक तरीके से बिना ज़हर प्रयोग किए कीटों का नियंत्रण किया जा सकता है। ऐसी ही अद्भुत जानकारी के लिए गूगल प्ले स्टोर पर जाकर अपनी खेती एप डाउनलोड करें।
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