पौधे का कोई भी हिस्सा हो जैसे फल, बीज, तना, छाल, फूल, पत्ती, स्टिग्मा जिसके स्वास्थ्य लाभ हों, जड़ी बूटी कहलाता है। जड़ी बूटी अपनी सुंगध, स्वाद, औषधीय गुण या अन्य विशेषताओं के लिए मूल्यवान होती है।
आज हम ऐसी ही जड़ीबूटी, जिसे गुलमेंहदी कहा जाता है, के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसका ना केवल अद्भुत स्वाद और सुगंध होती है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
गुलमेंहदी क्या है
गुलमेंहदी को अंग्रेज़ी में रोज़मेरी कहा जाता है। यह भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उगाए जाने वाला चिकित्सीय पौधा है। इस बारहमासी जड़ीबूटी का वैज्ञानिक नाम Rosamarinus officinalis है, लेकिन दुनिया में इसे सामान्यत: रोज़मेरी या गुलमेंहदी के नाम से ही जाना जाता है। इसके पौधे 4—5 फुट तक होते हैं। यह पुदीना परिवार लैमियेसी की प्रजाति का पौधा है। इसका इस्तेमाल सूप और सॉस आदि चीज़ों में बढ़िया फ्लेवर लाने के लिए किया जाता है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं यह बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने, दर्द से छुटकारा दिलाने और सूजन कम करने में भी सहायक है।
जो आज हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं गुलमेंहदी से होने वाले शारीरिक फायदे:
त्वचा के लिए फायदेमंद — गुलमेंहदी में काफी तरह के एंटी एजिंग तत्व होते हैं जो हमारी त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हे। गुलमेंहदी युक्त क्रीम लगाने से चेहरे की त्वचा पर झुर्रिया नहीं पड़ती।
तनाव को दूर करता है — गुलमेंहदी की सुगंध बहुत ही अच्छी होती है। इसकी खुशबू से मन और दिमाग शांत होता है। हम हम अरोमा थेरेपी करवाते हैं जो उसमें भी गुलमेंहदी के तेल का उपयोग किया जाता है।
शरीर की सूजन को दूर करे — गुलमेंहदी के इस्तेमाल से शरीर की सूजन कम होती है और इसमें कार्नोसोल और कार्नोसिक नामक दो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने में बहुत मदद करते हैं।
सांसो की बदबू को दूर करे — यह एक माउथ फ्रेशनर के रूप में काम करता है। इसमें सांसो की बदबू को दूर करने के गुण मौजूद होते हैं। एक गिलास गर्म पानी में गुलमेंहदी की पत्तियों को उबालें और उसे पानी से गरारा करने से मुंह के बैक्टीरिया और गंध को खत्म करने में मदद मिलती है।
शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है — गुलमेंहदी मे बहुत तरह के ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो बाहरी तत्वों और बहुत से रोगों से हमारे शरीर की रक्षा करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है — गुलमेंहदी एक मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है, जिसका अर्थ है कि यह पेशाब के दौरान अधिक कुशलतापूर्वक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
इन्फैक्शन से बचाता है — गुलमेंहदी के प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुणों को काफी प्रभावशाली माना जाता है। यह विशेष रूप से बैक्टीरिया के संक्रमण के खिलाफ शक्तिशाली होता है विशेषकर पेट के बैक्टीरिया। एच. पिलोरी बैक्टीरिया एक आम और बहुत खतरनाक रोगजनक है जो पेट के अल्सर का कारण बन सकता है। इसी तरह, यह स्टे्फ संक्रमण को रोकने में मदद करता है।
नोट — यदि आपको पुदीने की प्रजाति के किसी भी पौधे से एलर्जी है, तो आपको गुलमेंहदी का सेवन नहीं करना चाहिए।
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