आज के समय में पशु पालन में सबसे बड़ी समस्या है थनों की समस्या। जितनी ही थनों की बीमारियां हैं उससे कई ज्यादा इसकी दवाइयों की कंपनियां आ चुकी हैं जो कि पशु पालकों को दुविधा में डालकर अपने प्रोडक्ट बेच देती हैं पर समस्या पर उन चीज़ों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। पशुओं के थनैला रोग की समस्या के लिए आसान नुस्खा शेयर कर रहे हैं जो कि NDDB का बड़े स्तर पर आज़माया हुआ है।
नुस्खा बनाने के लिए सामान
• 250 ग्राम एलोवेरा (जो जंगली अपने आप उगा हुआ हो, ज्यादा बढ़िया है)
• लगभग 50 ग्राम हल्दी
• 15 ग्राम चूना (जरदे वाला)
कैसे तैयार किया जाये और प्रयोग कैसे करना है?
सबसे पहले आप एलोवेरा की एक पत्ती लगभग 250 ग्राम जड़ से काट लें। सफेद लाइन के नीचे से काट लें पर ध्यान रखें कि उसकी जैल नीचे ना गिरे। इसलिए तुरंत उसे काटकर उलटा कर लें। उसके बाद उसे काटकर छोटे छोटे टुकड़े करके मिक्सी में डाल लें। उसमें 50 ग्राम घरेलु हल्दी डाल दें और साथ ही 15 ग्राम चूना उसमें डाल लें। अब इसे मिक्सी में मिक्स कर लें।
मिक्स होने के बाद यह ईंट के रंग जैसा लाल हो जायेगा। उसके बाद इसमें थोड़ा सा 2-3 चम्मच अलग बर्तन में निकाल लें और बाकी फ्रिज में रख लें। जो अलग निकाला हुआ होगा 2-3 चम्मच उसमें थोड़ा सा पानी घोल लें। फिर जिस पशु के लेवे पर लगाना है उसे अच्छी तरह धोकर साफ कर लें। उसके बाद लेवे के चारों ओर मालिश करें। जो रात को मालिश करनी है उसमें थोड़ा सा सरसों का तेल भी मिक्स कर सकते हैं जिससे सारी रात इसका असर रहेगा।
हर रोज़ नया इसी तरह ही तैयार करना है। 5-6 दिन लगातार इस तरह से मालिश करने से थनैला रोग ठीक हो जाये तो यदि धार सख्त हे तो भी इससे ठीक हो जायेगी। बाकी यदि तंदरूस्त पशु के भी सप्ताह में दो – तीन दिन इस तरह से मालिश करते रहेंगे तो थनों की समस्या आयेगी ही नहीं।
कृषि और पशुपालन के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपनी खेती एप्प डाउनलोड करें - एंड्राइड, आईफ़ोन