गन्ने-की-पनीरी

कैसे की जाती है गन्ने की पनीरी की सही बिजाई

इन दिनों में गन्ने की पनीरी तैयार की जाती है। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखा जाता है जिससे गन्ने की बिजाई सही ढंग से हो और किसानों को बढ़िया उपज मिले:-

  • पनीरी की बिजाई का समय सितंबर/अक्तूबर या फरवरी/मार्च महीना होता है।
  • पौधों की संख्या अक्तूबर महीने में लगभग 4500 और मार्च महीने में लगभग 7500 पौधा प्रति एकड़ लगाना चाहिए।
  • गन्ने की पनीरी तैयार करने के लिए बीज/ट्रे/कटर/कोकोपिट (नारियल पाउडर) वर्मीकंपोस्ट या पुरानी देसी रूडी की ज़रूरत होती है।
  • कोकोपिट को पानी के साथ धोकर थोड़ा सूखा लें। 1 क्विंटल कोकोपिट पीछे 25 किलो (चौथा हिस्सा) वर्मीकंपोस्ट या देसी रूडी (छानकर) के हिसाब से अच्छी तरह मिला लें।
  • गन्ने का सेहतमंद बीज सितंबर/अक्तूबर की बिजाई के लिए तक़रीबन 7 क्विंटल और फरवरी/मार्च के लिए 11 क्विंटल लें। उसकी नीचे से 2 पोरी छोड़कर और ऊपर से कच्चा गन्ना छोड़कर बाकि गन्ने में से कटर से आँखें गाँठ निकाल लें। जिसमें से अंदाजन 1.5 से 2 क्विंटल गांठें निकलेगी बाकि जो गुल्लियाँ निकलेगी उसे मिल में सप्लाई कर सकते हैं।
  • गन्ने की गांठों को ट्रे में लगाने से पहले किसी बढ़िया उल्लीनाशक से उपचार करें। तरीका: टब में 50 लीटर पानी में उल्लीनाशक घोलकर बीज को उसमें 10 मिनट के लिए भिगोकर बाहर निकाल लें।
  • ट्रे में गांठें लगाने से पहले ट्रे में थोड़ा नारियल बूरा डालकर उसके ऊपर गन्ने की गांठें रखकर उसके ऊपर फिर बूरा डालें। इस बात का ध्यान रखें कि वही गांठें लगाएं जो सही हो और हर आँख ऊपर की तरफ होनी चाहिए।
  • ट्रे में गांठें लगाने के बाद उसी समय पानी लगाना है और रोज़ना निरीक्षण करके ज़रूरत के अनुसार पानी डालते रहें।
  • पानी हमेशा पाइप के आगे फव्वारा लगाकर लगाना है या स्प्रे पंप के साथ भी डाल सकते हैं।
  • जब पनीरी 20 दिन की हो जाये तो एक एकड़ की पनीरी को 10 लीटर पानी में 20 ग्राम NPK की स्प्रे करनी चाहिए और एक स्प्रे 15 लीटर में 5ml कोराजन डालकर करनी है।
  • खाली बनाने के लिए सिंगल लाइन (4.5 फ़ीट) या डबल लाइन (4 फ़ीट/ 1 फ़ीट) वाले ट्रैंचर का प्रयोग करना चाहिए।
  • खेत में पनीरी लगाने के समय पनीरी की उम्र 25 से 35 दिन की होनी चाहिए।

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