हमारे किसान अब रसायनक खादों के अधीन हो चुके हैं, जिस की वजह से उनकी खेती पर असर पढ़ता है। फसल की उपज भी अच्छी नहीं मिलती और फसल में गुणवत्ता भी नहीं मिल रही। इस लिए ज़रूरी है कि किसान केंचुआ खाद का उपयोग करें। इस से साल में खाद की 5-7 हज़ार रुपए कि बचत कर पाएंगे, साथ ही कुदरती खाद की साथ अपनी अपनी उत्पादन समरथा भी बढ़ा सकते हैं।
केंचुआ खाद की फायदे
केंचुआ खाद की उपयोग से भूमि में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ती है। इस से वायरस और बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जिस से पानी रखने की समर्था बढ़ती है। फसल पर रोग और कीटों का प्रभाव काम होता है। निकलने वाला पदार्थ चमकीला, आकार में बढ़ा और भारी होता है।
बनाने की विधि:
केंचुआ खाद बनाना बहुत है आसान है। घर में से निकलने वाले कूड़े को एक जगह पर इकठ्ठा करें। अब इस में गोबर ढालें और फिर 15 दिन की बाद गद्दा खोदकर केंचुएं छोड़ दें। 90 दिन में आपकी खाद तैयार हो जाएगी। केंचुआ खाद की चार विधि हैं।
पहली गद्दा विधि, दूसरी गद्दा विधि, तीसरी गद्दा विधि और चौथी हैं सतह विधि। किसानों की लिए सब से अधिक उपयोगी 2 विधि है। इस प्रकार डेरी उद्योग की लिए सतह विधि उपयोगी है।
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