पंजाब में आमतौर पर गांव में लोग पारंपरिक तरीके से पशु पालते हैं, पर आजकल बहुत सारे किसान भाई ऐसे भी हैं जिन्हें गाभिन को ब्याने के बाद पिलाये जाने वाले काढ़े को सही तरीके से बनाने की विधि के बारे में नहीं पता। आज काढ़ा बनाने की विधि आपसे शेयर करने जा रहे हैं। दोस्तों, पशु को ब्याने के बाद लगभग 2 घंटे के अंदर काढ़ा देना चाहिए। काढ़ा देने का फायदा यह है कि गाभिन की ज़ेर जल्दी पड़ जाती है और उसे बदहजमी नहीं होती।
1.काढ़े में सौंफ, अजवायन, मेथे, सोये, कड़ू, काली जीरी, धौली जीरी, बड़ी इलायची, सौंठ और भूरी मिर्चें पड़ती हैं। हर एक चीज एक तोला पड़ती है।
2. काढ़ा बनाने के लिए पहले लगभग 3 किलो पानी को उबालें। सभी चीज़ों को पीस कर उबलते पानी में डालें और आग को मध्यम कर लें। जब पानी आधा रह जाये तो उसमें एक पाव से आधा किलो गुड़ या शक्कर डालें और कड़छी से हिलाते रहें। थोड़ी देर बाद इसे आग से उतार लें और ठंडा करके पशु को दें।
3.यह काढ़ा गाभिन को 4-5 दिनों के लिए दें।
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