बीज अंकुरण के लिए अखबार विधि बहुत प्रभावी है। इस विधि के द्वारा बीज 2-3 दिनों के अंदर-अंदर ही अंकुरित हो जाते हैं। बाद में इन्हें खेत में लगाना और पानी देना आसान हो जाता है। अखबार को चार बार फोल्ड करें और फिर अखबार को पानी में डुबोयें। उसके बाद बीजों को अखबार के ऊपर कुछ दूरी पर रखें। और अखबार को लपेट दें और उसे धागे से बांध दें। जब इनकी जड़ें बननी शुरू हो जाएं, तब इन्हें मिट्टी में बो दें।
देसी और उन्नत किस्मों का चयन करने के बाद बीजों की बिजाई से पहले दो बातों को ध्यान में रखना चाहिए। पहली बिजाई से पहले बीजों की जांच करें कि वे अंकुरण के लिए अच्छे हैं या नहीं और दूसरी, यदि बीज अच्छे हैं, तो बीज का उपचार करने के बाद बिजाई करें।
अंकुरण की जांच : इसके लिए वही तरीका अपनाया जाता है जो घरों में दाल अंकुरण के लिए अपनाया जाता है। बीजों को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोयें (यह विधि मौसम और बीजों के अनुसार बदलती है, चने के बीजों को गर्मियों में 7-8 घंटे के लिए भिगोया जाता है। सर्दियों में यह अंकुरण के लिए ज्यादा समय लेगा। पतली परत वाले बीज अंकुरण के लिए कम समय लेते हैं)। उसके बाद बीजों को एक मोटे सूती कपड़े में रखें और एक अंधेरे कमरे, लेकिन हवादार स्थान पर रखें। नमी का स्तर बनाकर रखें। कम से कम 70-90 प्रतिशत अंकुरण जरूरी है नहीं तो बीजों को बदल दें। यदि बीजों को बदलना संभव ना हो, तो बीजों की संख्या बढ़ा दें।
अंकुरण जांच का एक अन्य तरीका है अखबार को चार बार फोल्ड करें और उसे पानी में भिगोयें। चूने का प्रयोग किए बिना 50-100 बीज अखबार के ऊपर कुछ दूरी पर रखें और उसके बाद अखबार को फोल्ड कर दें। फिर अखबार के दोनों कोनों को धागा ढीला करके बंद करें और उसके बाद अखबार को दोबारा पानी में भिगोयें। अतिरिक्त पानी को निकाल दें। अतिरिक्त पानी निकालने के बाद अखबार को पॉलीथीन बैग में डालें और इसे घर के अंदर ही लटका दें। 3-4 दिनों के बाद अखबार को खोलें और अंकुरित बीजों की गिणती करें। बीज निरीक्षण प्रक्रिया बिजाई के 2-3 सप्ताह पहले की जानी चाहिए क्योंकि यदि बीजों को बदलने की जरूरत पड़े तो उन्हें समय पर बदला जा सके।
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