अपने किचन गार्डन को बनाये स्वस्थ और हरा-भरा

अगर आपके घर में भी बगीची है तो आप इस बात से तो परिचित होंगे को उसमे कीटों से आप कैसे बचाव कर सकते हैं। हम आपको कुछ आसान उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हे अपनाकर आप अपनी घरेलू बगीची की कीटों और रस चूसने वाले कीटों से बचाव कर सकते हैं जैसे एफ्डि, मिलीबग, क्‍वाइडर माइट आदि।

दीमक  से बचाव

यदि बगीचे की मिट्टी में दीमक है तब कोई भी पौधा लगाने से पहले गड्ढा तैयार कर कुछ दिन धूप लगने दें। फिर खाद मिट्टी के मिश्रण में 1-2 मुठ्ठी नीम की खली का चूर्ण मिलाकर गढ्ढा भरें और पौधा रोपें। इससे दीमक पर नियंत्रण होता है।

पत्‍ती खाने वाली इल्‍ली

यदि आपको बगीचे में कुछ पत्तियां कुतरी हुईं दिखाईं देंती हैं तो इल्‍ली भी पत्‍ती की सतह पर दिखाई पड़ जाएगी। इनके नियत्रंण के लिए लहसुन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। आधा कप लहसुन कुटा हुआ ले कर आधे लीटर पानी में मिला कर 1 या 2 घंटे के लिए मिला कर रख दें। फिर छान कर एक स्‍प्रे बॉटल में भर लें और पौधों पर स्‍प्रे करें। नीम भी इल्‍ली भगाने के लिए बेहद उपयोगी है। बगिया का निरीक्षण करते रहें ताकि किसी भी कीड़े-बीमारी का प्रारंभिक अवस्‍था में ही पता लग जाए, तो नियत्रंण आसानी से किया जा सकता है।

रस चूसने वाले कीड़े

नीम स्‍प्रे को पौधों पर 15 दिन के अंतर से 2-3 बार छिड़काव करने से रसचूषक कीट नियंत्रित होते हैं। नीम की पत्तियों से तैयार ये स्‍प्रे कीड़ों पर असरदार साबित होती है।

इसके आलावा आप अपने गार्डन को हरा- भरा रखने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • पौधों की हरियाली बनाये रखने के लिए समय समय पर उचित मात्रा में पानी डालते रहें।
  • अगर आपको पौधों के पत्तों पर कीड़े नजर आएं तो उन्हें हाथ से निकाल दें और पत्तियों पर पानी डालें।
  • नीम के पत्तों को पानी में डालें और उसे 24 घंटे के लिए रखें फिर हर 2 दिन बाद आप इसे पौधों पर छिड़कें।
  • पौधों को उचित धुप की आवश्यकता होती है इसलिए समय समय पर उन्हें धुप मिलती रहे।
  • बेरंग पत्तों को हाथ से निकाल दें।
  • पौधों की जड़ों से कीड़े मकोड़ों को दूर रखने के लिए इसकी सतह पर काली मिर्च का पाउडर ड़ाल दें।
  • कीड़ों को डराने के लिये आप अपने गार्डन में नकली तितलियाँ भी चिपका सकते हैं।

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