• जब भी रूकें, तो इंजन बंद कर दें। बिना काम के इंजन चालू रहने से प्रति घंटा एक लीटर से भी ज्यादा डीज़ल व्यर्थ जाता है।
• ईंधन टैंक, ईंधन पंप, ईंधन इंजैक्टर और ईंधन लाइनों की जांच करें कि कहीं रिसाव तो नहीं है। प्रति सेकंड एक बूंद रिसाव होने से वार्षिक 2000 लीटर डीज़ल बर्बाद होता है।
• धुआं छोड़ने वाले ट्रैक्टरों में ईंधन की ज्यादा खपत होती है और उसकी पूरी तरह से जांच करने की जरूरत है। नोजलों की जांच करें और ईंधन इंजैक्शन पंप की पुन: जांच करें।
• फिसलने वाले पहिए डीज़ल बर्बाद करते हैं पहिए की फिसलन कम से कम रखने के लिए पानी का अतिरिक्त भार या सही मात्रा में वजन डालें।
• ट्रैक्टर के टायरों को ठीक समय पर रीलग कर लें। घिसे-पिटे टायर खींचने की शक्ति घटाते हैं।
• इंजन की अश्व शक्ति (हॉर्स पावर) के अनुसार ही साजोसामान का चुनाव करें और ट्रैक्टर की प्रचालन गति के अनुसार उसका मेल बैठा लें।
• लंबी दूरी तक सीधे हल चलायें और ट्रैक्टर बेमतलब और उलटा ना चलायें और अचानक मोड़ लेना बंद करें।
• ट्रैक्टर का उचित रख-रखाव करें।
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