जैविक खेती कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरकों एवं संश्लेषित कीटनाशकों के अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है तथा जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिये फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है।
• जैविक खेती में खेती से निकले कचरे और पालतू पशुओं के उत्सर्जन का इस्तेमाल होता है और इससे 20-25 प्रतिशत तक खर्चे में कमी आती है।
• मुख्य फसल के आलावा खरपतवार और घास भी कायम रहने से पशुधन का चारा आसानी से मिल जाता है।
• जैविक खेती से मित्र कीटों की संख्या में वृद्धि होती है जो मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने में मदद करती है।
• जैविक खेती से उपलब्ध चारे से जानवरों में होने वाली बीमारियों की संभावना कम हो जाती है।
• जैविक खेती में रासायनिक अवशेष मौजूद नहीं होते हैं जिसके कारण बीमारियों से बचाव हो जाता है और कई प्राकृतिक पोषक तत्व नष्ट होने से बच जाते हैं।
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