पशुओं की आंखों को प्रभावित करने वाले रोग पशु की दूध उत्पादन क्ष्मता में गिरावट ला सकते हैं। समय रहते पशुओं की आंख में होने वाले रोगों का समुचित उपचार करवाना चाहिए नहीं तो, प्रभावित पशु अंधेपन का शिकार हो सकता है। जानिये पशुओं की आंखों को प्रभावित करने वाले मुख्य रोग और उनके निदान:
आंखों का घाव:
पशु की आंख में चोट लगने या कट जाने से आंख में घाव हो जाता है। यदि चोट साधारण है तो बोरिक एसिड पाउडर के एक चम्मच को 1/2 लीटर गुनगुने पानी में डलाकर आंख को अच्छी तरह से धोयें और उसके बाद एंटीबायोटिक मलहम जैसे जेन्टामाइसीन,क्लोरोमाइसेटीन लगाने से लाभ मिलता है। यदि लगने वाली चोट गंभीर है और आंख खराब हो गई है तो शल्य चिकित्सा द्वारा आंख को निकलवाना जरूरी होता है।
आंखों से पानी बहना:
कभी कभी पशुओं की आंख से बिना किसी स्पष्ट कारण के पानी बहता रहता है तथा पशुपालक के ध्यान न देने के कारण पशुओं की आंख के अन्य रोग भी हो जाते हैं। इसके उपचार के लिए बोरिक एसिड की 1—2 चम्मच 1/2 लीटर पानी में डालकर उबालकर किसी रूई के टुकड़े से भिगोकर गुनगुने पानी से आंख की सफाई करने से लाभ मिलता है।
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