गर्मियों में मुर्गियों का खास तौर पर ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि इनकी चमड़ी में पसीने वाली ग्रंथी नहीं होती, जिस कारण चमड़ी से पानी का वाष्पीकरण नहीं होता।
• मुर्गीखाने की बनतर पूर्व से पश्चिम की तरफ और हवादार होनी चाहिए।
• मुर्गीखाने के आस पास छांव के लिए सफेदे, पोपलर आदि के पौधे लगायें।
• मुर्गियों को लू से बचाने के लिए खिड़कियों पर बोरियों को गीला करके लटका दें, पर ध्यान रखें कि मुर्गीखाने का एक तिहाई हिस्सा खुला रहना चाहिए।
• शैडों में पराली की मोटाई दो इंच से अधिक ना रखें, ताकि गर्मी ज्यादा ना पैदा हो और पुरानी पराली को गर्मी शुरू होने से पहले ही बदल दें।
• गर्मियों में मुर्गियां ज्यादा पानी पीती हैं, इस लिए दिन में 4-5 बार ताजा, ठंडा और साफ पानी दें।
• गर्मियों में मुर्गियों की खुराक की खप्त बढ़ा देनी चाहिए और खुराक में 20-30 प्रतिशत विटामिन, खनिज और प्रोटीन की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए।
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