मुर्गियों में कोकसीडियोसिस इमरिया नाशक प्रोटोजोआ के कारण होने वाली एक बहुत ही घातक बीमारी है, जिसमें आंतड़ियों की सोजिश और खूनी मल होता है।
आंतड़ियों का कौन सा हिस्सा प्रभावित होता है यह अलग-अलग प्रोटोज़ोआ पर निर्भर करता है। इमरिया टनेला सीकम को प्रभावित करता है। इमरिया एसरवुलीना, इमरिया निकाटरिक्स हगानी, माइटिस छोटी आंतड़ी को प्रभावित करते हैं।
क्या यह बीमारी एक पक्षी से दूसरे पक्षी तक फैल सकती है?
सिसट मल में बाहर निकलते हैं और इन्हें गर्म और नमी वाला वातावरण मिले तो ये सिस्ट फट जाते हैं और बीमारी फैलाते हैं। जो जानवर तारों वाले पिंजरों में ऊंचे रखे होते हैं वे कम बीमार होते हैं।
लक्षण
•चूज़े बढ़ते नहीं हैं, पानी और फीड कम खाते हैं।
•अंडों की पैदावार और शरीर का तापमान कम हो जाता है।
•मल में खून आता है।
•सबक्लीनिकल इन्फैक्शन में मौत कम होती है।
कारण
•इमरिया प्रजाति
•पोस्टमार्टम जांच
•सिमक की सोजिश और खून से भरा होना
•इमरिया की प्रजाति के हिसाब से पूरी आंतड़ियों में खून के धब्बे
बचाव
•मुर्गियों को पिंजरों में ऊंचे स्थान पर रखें।
•साफ सफाई रखें।
•कोकसीडिया को रोकने वाली दवाइयों का प्रयोग करें।
पहचान
•मल में अंडे की खुरदबीन के साथ पहचान करनी
इलाज
•सलफा ग्रुप दवाइयों का प्रयोग
•एसप्रोलियम दवाई पानी के द्वारा देनी
•आइनोफोरज़ का प्रयोग
एकनॉलेजमेंट
गुरू अंगद देव वैटनरी यूनिवर्सिटी
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