वर्टीकल गार्डन, छोटे गमलों में सजावटी पौधे लगाकर उन्हें दीवार पर लगाए हुए स्टैंड पर सजाकर शहरों को हरा भरा करने की एक नई विधि है। इसके द्वारा दीवार के साथ सिर्फ वर्टीकल जगह की जरूरत होती है। बहुमंज़िल इमारतों के कारण पौधे लगाने के लिए खुली जगह ढूंढनी मुश्किल हो गई है। इस समस्या का हल वर्टीकल गार्डन (खड़ा बगीचा) है। लंबे समय से सजावटी बेलों के द्वारा सीमित जगह की लैंडस्केपिंग की जा रही है पर हरियाली के लिए घर के अंदर की दीवारों के साथ साथ बाहरी दीवारों का प्रयोग भी बढ़ रहा है। छांव पसंद पौधे जैसे कि मनी प्लांट, हैडेरा हैलिक्स, ज़ैबरीना, मौन्सटेरा, फिलोडैंडरोना, सॉन्ग आॅफ इंडिया और सिल्वर डस्ट आदि जैसे रंग बिरंगे पौधे वर्टीकल गार्डन बनाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
यह वर्टीकल गार्डन आपके घर को खूबसूरत बनाने के लिए बालकनी और आंगन आदि की दीवारों पर बनाए जा सकते हैं। इनमें कुछ सब्जियां, चिकित्सक पौधे या फूलों वाले पौधे भी लगाए जा सकते हैं। ये पौधे सूक्ष्म वातावरण (मइक्रोक्लाइमेट) को सुधारने और हवा प्रदूषण को घटाने में भी मदद करते हैं।वर्टीकल गार्डन, कार्बनडाइआॅक्साईड को घटाकर और आॅक्सीजन की मात्रा को बढ़ाकर वातावरण का संतुलन बनाने में सहायक होते हैं। ये पौधे उस क्षेत्र की हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कुदरती फिल्टर के तौर पर काम करते हैं। वर्टीकल गार्डन कुदरती तौर पर ऊर्जा की कम लागत से इमारत के तापमान को 5 से 60 सेंटीग्रेड घटाने या बढ़ाने में मदद करते हैं। इस तरह के बगीचे पानी के कुशल प्रयोग और तुपका सिंचाई विधि के द्वारा आसानी से बनाए जा सकते हैं।
वर्टीकल गार्डन में पौधों को प्लास्टिक के गमलों, कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतलों, प्लास्टिक या कैनवस बैग, गमलों के स्टैंड, टोकरियां, लटकने वाले गमलों में लगाया जा सकता है।ज्यादातर वर्टीकल गार्डन बनाने के लिए उत्तरी दिशा की दीवारों पर छांव पसंद पौधे तरतीबवार लगाने को पहल दी जाती है। इस तरह के बगीचे उन स्थानों पर भी विकसित किए जा सकते हैं, जहां पौधे लगाने का और कोई भी तरीका संभव नहीं होता। इसलिए दीवार और गमलों का रंग हल्का होना चाहिए। पौधे वे चुने जायें जो कम रोशनी या छांव में अच्छी तरह से बढ़े फूलें। घर के अंदर वर्टीकल गार्डन बनाने के लिए छांव पसंद, गहरे हरे पत्तों वाले हरे पौधे लगाए जाते हैं। घर के बाहर रंगदार पत्तों, दो रंग के पत्ते या फूलों वाले पके पौधों का चयन किया जाता है।वर्टीकल गार्डन वाली इमारतें मेहमानों और इसके निवासियों का भी स्वागत करती हैं। तथ्यों के आधार से यह स्पष्ट होता है कि ये पौधे हवा में से जैविक मिश्रणों को हटाकर अंदरूनी हवा की गुणवत्ता में भी सुधार लाते हैं।
फर्न, पीसू, लिली, सेंसेबेरिया, क्लोरोफाइटम, ट्रेडस्केंशिया, सिनगोनियम,एसपेरेगस,उफिउपोगन, रोहिउ और ज़ैफीरैंथस आदि पौधे भी वर्टीकल गार्डन बनाने के लिए प्रयोग किए जा सकते हैं।वर्टीकल गार्डन बनाने के लिए मिट्टी का मिश्रण (पॉन्टिग मीडिया) भार में हल्का होना चाहिए और इसमें पौधे के विकास के लिए जैविक पदार्थ शामिल होने चाहिए। कोकोपिट और वर्मीकंपोस्ट का मिश्रण 1:1 के अनुपात में पौधों के विकास के लिए बहुत बढ़िया है। वर्टीकल गार्डन के ऊपरी तरफ उन पौधों का चयन करें जिन्हें पानी की कम जरूरत होती है।
स्व:चालित टाइमर प्रयोग करके तुपका सिंचाई विधि के द्वारा नियमित पानी और पौष्टिक तत्वों की मात्रा गमलों में संतुलित रखी जाती है। वर्टीकल गार्डन में पौधों के आकार को बनाए रखने के लिए आवश्यकतानुसार कांट—छांट की जाती है और सूखे मरे हुए पौधों के स्थानों को भरने के लिए नियमित तौर पर ध्यान रखा जाता है।
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