पशुओं की खुराक को सही तरीके से खिलाने के साथ-साथ यह बात सुनिश्चित कर लें कि फीड सही चीज़ों को मिक्स करके बनी है या नहीं। क्योंकि आज कल बहुत सारी सस्ती फीड बेचने वाली कंपनियां किसानों को घटिया सामान मिक्स करके बेच रही हैं। महंगी एड देखकर ज़िमींदार फीड खरीदकर पशु को खिलाते रहते हैं पर फिर भी पशुओं का दूध उत्पादन और सेहत का स्तर गिरा रहता है।
किस तरह हो सकती है मिलावट?
- साबुत अनाज में मिलावट होने की संभावना कम होती है। पुरानी फंगस लगे अनाज के दाने को साफ अनाज में मिला दिया जाता है जिसकी पहचान करनी मुश्किल होती है। इसके अलावा कंकड़ और कई बार अधिक नमी भी होती है।
- सुसरी लगे अनाज में खुराकी तत्व कम होते हैं और रेशे की मात्रा ज्यादा होती है। इससे फंगस की ज़हर पशुओं को बहुत नुकसान करती हैं।
- सरसों की खल में तोरिये की खल की मिलावट आम है जिस कारण सरसों की खल कड़वी हो जाती है।
- बड़ेवों की खल में गत्ता मिलाकर यूरिया की स्प्रे की जाती है जिस कारण प्रोटीन की मात्रा तो पूरी निकलती है पर इसका पशु को कोई लाभ नहीं होता।
- इसके अलावा खलों में घटिया खल जैसे अरंडी की खल और रेत तक मिली हो सकती है।
- अंत: कोशिश करें कि फीड खुद घर तैयार की जाये या फिर फीड तैयार करवाते समय पास खड़े होकर और अपना सामान लेकर जायें फिर ही पशु पालन का व्यवसाय मुनाफा देना शुरू करेगा।
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