आज हम आपसे शेयर करेंगे कि पशु के प्रसव काल के समय ध्यान रखने योग्य बातें।
• प्रसूति से एक या दो सप्ताह पूर्व पशु को दूसरे पशुओं से दूर रखें। पशुशाला का फर्श साफ हो व उस पर साफ मिट्टी, गेहूं या चावल का भूसा बिछा दें।
• प्रसव के समय पशु के समीप ज्यादा आदमियों को इकट्ठा ना होने दें व पशु को भी ना छेड़ें।
• ब्याते समय अगर पशु खड़ा है तो यह ध्यान रखें कि बच्चा जमीन पर जोर से ना गिरे। बच्चा जब योनि से बाहर आने लगे तो हाथों द्वारा बाहर निकालने में सहायता करें।
• प्रसव के समय यदि पशु को कुछ तकलीफ होने लगे, बच्चा बाहर ना आए या बच्चे का कुछ भाग बाहर आ जाए और पूरा बच्चा बाहर न निकले तो तुरंत ही डॉक्टर की सहायता लें अन्यथा पशु व बच्चा दोनों की ही मृत्यु हो सकती है।
• बच्चा पैदा होने के बाद उसके पास की गंदगी को तुरंत हटा दें अन्यथा पशु जेर आदि को खा जाता है जो हानिकारक है।
कृषि और पशुपालन के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपनी खेती एप्प डाउनलोड करें - एंड्राइड, आईफ़ोन