जैसा की हम सब जानते हैं कि मिटटी का खेतीबाड़ी में क्या महत्व है, हमारे भोजन से लेकर कपड़ो तक जो भी वस्तुएं हम इस्तेमाल करते हैं सब का मूल मिटटी ही है तो आइये विभिन्न प्रकार की मिट्टियों के बारे में जानते हैं।
1) जलोढ़ मिट्टी –
इस मिट्टी में पोटाश की मात्रा अधिक पायी जाती है एवं फॉस्फेट, ह्यूमस और नाइट्रोजन की मात्रा काम होती है| यह मिट्टी बागान लगाने के लिए उचित मानी जाती है।
2) काली मिट्टी –
कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम इस मिट्टी में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं लेकिन नाइट्रोजन सामग्री कम होती है। यह मिट्टी कपास, तंबाकू, मिर्च, तेल बीज, ग्वार, रागी और मक्का जैसी फसलों के लिए अच्छी मानी जाती है।
3) लाल मिट्टी –
इस मिट्टी में कपास, गेहूं, दालों, तंबाकू, ज्वार, अलसी, बाजरा, आलू और फलों की फसल का उत्पादन किया जा सकता है क्योंकि लौह सामग्री इस मिट्टी में अधिक है और यह लाल ग्राम, बंगाल ग्राम, हरी चने की फसलों, मूंगफली और अरंडी के लिए भी उपयुक्त है।
4) लेटेराइट मिट्टी –
लेटेराइट, एक मिट्टी और चट्टान का प्रकार है जिसमे लोहा और एल्यूमीनियम अधिक पाया जाता है और इसका अधिकांश रंग जंगली-लाल होता हैं, इसमें लौह ऑक्साइड अधिक होता है, लेटेट मिट्टी कम उपजाऊ होती हैं लेकिन इनमे अच्छी तरह से गुड़ाई और सिंचाई करके चाय, कॉफी, रबड़, सिंचोन, नारियल, सुगंध आदि उगाये जा सकते हैं।
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