हमारी ज़िंदगी में मधु मक्खियों की बहुत महत्ता है। आज हम बताने जा रहे मक्खियों के बारे में अदभुत जानकारी :
1. जो भोजन हम खाते हैं, उसके तीन भागों में एक भाग शहद की मक्खी जैसे पॉलीनेटर द्वारा तैयार किया जाता है और ब्लुबैरी और चैरी जैसी फसलें 90 प्रतिशत पॉलीनेशन पर निर्भर हैं।
2. फसलों के लिए मधु मक्खियों की महत्तता इतनी ज्यादा है कि किसान फसलों को पॉलीनेशन उपलब्ध करवाने के लिए दूर दूर से लाकर खेत में लगाते हैं।
3. खेत में उगाए 90 अलग अलग भोजन जिसमें फल और नट्स (गिरियों वाली फसलें) भी शामिल हैं, यह सब मधु मक्खियों पर निर्भर है।
4. पर हाल ही के वर्षों में मधु मक्खियों की संख्या में 70 प्रतिशत गिरावट आई है।
मधु मक्खियों की संख्या कम होने के कुछ मुख्य कारण
1. रासायनिक कीटनाशकों और नदीननाशकों का अधिक प्रयोग करना, क्योंकि रोजाना पॉलीनेशन के समय मधु मक्खियां इन रसायनों को खा लेती हैं।
2. मोबाइल फोन और वायरलैस कम्यूनिकेशन टावरों की गिणती बढ़ने से इलैक्ट्रोमैगनेटिक रेडिएशन में वृद्धि। ऐसे उपकरणों से निकली रेडीएशन मधु मक्खियों को रास्ता याद रखने में रूकावट पैदा करती है।
3. गलोबल वार्मिंग से जुएं, विषाणुओं और फंगस आदि की संख्या में वृद्धि होती है, जो मधु मक्खियों के रहने के स्थान पर हमला करती हैं।
मधु मक्खियों को कैसे बचाया जा सकता है
1. अपनी घरेलू या बड़ी बगीचियों में मधु मक्खियों के लिए लाभदायक फूल और फूलों वाली जड़ी बूटियां उगाएं।
2. जंगली फूल और नदीन भी मधु मक्खियों के भोजन के तौर पर काम करते हैं।
3. बगीचों और फसलों में रसायनों का प्रयोग ना करें।
4. लोकल और कच्चा शहद ज्यादा खरीदें, ताकि मक्खी पालक अपने काम के प्रति उत्साहित हों।
5. मधु मक्खियों के पानी पीने के लिए घर के बाहर एक बर्तन में ताजा पानी डालकर रखें।
6. समाज में अन्य लोगों को इन बातों से सचेत करें।
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